Stock market closed in limited range, Hindustan Unilever Limited was the top loser
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सीमित दायरे में बंद हुआ शेयर बाजार, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड रहा टॉप लूजर

Stock market closed in limited range, Hindustan Unilever Limited was the top loser

Stock market closed in limited range, Hindustan Unilever Limited was the top loser

Stock market closed in limited range, Hindustan Unilever Limited was the top loser- मुंबई। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी दिन सीमित दायरे में बंद हुआ। कारोबार के अंत में ऑटो और आईटी सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स 16.82 अंक या 0.02 प्रतिशत की गिरावट के बाद 80,065.16 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 36.10 अंक या 0.15 प्रतिशत गिरने के बाद 24,399.40 पर बंद हुआ।  

निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 183.80 अंक या 0.33 प्रतिशत फिसलने के बाद 56,349.75 पर बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 37.50 अंक या 0.20 प्रतिशत फिसलने के बाद 18,249.15 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 292.15 अंक या 0.57 प्रतिशत चढ़ने के बाद 51,531.15 पर बंद हुआ।

निफ्टी के ऑटो, आईटी, एमसीजी, मेटल, रियल्टी और मीडिया सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली। वहीं, पीएसयू बैंक, फिन सर्विसेज, फार्मा, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इंफ्रा, कमोडिटीज में खरीदारी हुई। बाजार का रुझान नकारात्मक रहा।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,590 शेयर्स हरे, 2,343 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, 100 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए। सेंसेक्स पैक में अल्ट्राटेक सीमेंट, एम एंड एम, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी और सन फार्मा टॉप गेनर्स थे। वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, नेस्ले इंडिया, आईटीसी, मारुति और एशियन पेंट्स टॉप लूजर्स थे।

निफ्टी पैक में अल्ट्राटेक सीमेंट, श्रीराम फाइनेंस, एम एंड एम, ग्रासिम, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, बीईएल, एसबीआई, बजाज फाइनेंस और पावर ग्रिड टॉप गेनर्स थे। वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, एसबीआई लाइफ, हिंडाल्को, नेस्ले इंडिया, बजाज ऑटो, ब्रिटानिया और मारुति टॉप लूजर्स थे।

बाजार के जानकारों के अनुसार, "एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली के बावजूद, बेंचमार्क सूचकांकों में केवल मामूली गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि भारत के अक्टूबर पीएमआई डेटा ने स्वस्थ विकास का संकेत देना जारी रखा, जो वित्त वर्ष 2025 के लिए आरबीआई के विकास दिशानिर्देशों का भी समर्थन करता है।"